सालों साल अखिलेश यादव मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीती करते रहे
पर 2017 में हिन्दू एकजुट हो गया, यहाँ तक की यादवों ने भी सपा की जगह अधिकतर वोट बीजेपी को दिया
यादवों तक ने जाति से ऊपर उठकर वोट दिया
क्यूंकि अखिलेश यादव छवि गाय विरोधी हो गयी थी, गौहत्यारे अख़लाक़ के परिवार को भी अखिलेश यादव ने लाखों रुपए दिए, अब भैया यादव भी तो कभी जागेगा, इस बार जाग गया और अखिलेश यादव साफ़ हो गए
अब अखिलेश यादव जो पहले हिन्दू शब्द तक से कतराते रहे वो अब खुद को हिन्दू बताने लगे है
देखें दैनिक भास्कर का ट्वीट
अखिलेश यादव बताना चाह रहे है की मैं हिन्दू हू, और मंदिर भी जाता हूँ, अब जाऊंगा तो फोटो भी ट्वीट कर दूंगा
अखिलेश यादव को समझ में आ गया की मुस्लिम तुष्टिकरण से काम अब चलेगा नहीं
हिन्दू विरोधी छवि को तोडना होगा, पर अखिलेश यादव और उनके परिवार की गतिविधि ही ऐसी है की यहाँ फिर अखिलेश यादव फंस गए
देखें लोग अखिलेश यादव पर क्या कह रहे है
लोग भी अखिलेश यादव से पूछने लगे है की हिन्दू हो तो तुम्हारी मैडम सिंदूर क्यों नहीं लगाती
और मंगलसूत्र क्यों नहीं पहनती
बता दें की देश में हर तरफ हिन्दू महिलाएं सिंदूर या मंगलसूत्र नहीं इस्तेमाल करती पर उत्तर प्रदेश के यादव परिवार की महिलाएं करती ही करती है
और अखिलेश की मैडम तो जाति से राजपूत थी, यूपी की राजपूत महिलाएं भी सिंदूर लगाती ही लगाती है
और मंगलसूत्र भी पहनती हैं
पर अखिलेश यादव और उनका परिवार मुस्लिम तुष्टिकरण में इस स्तर पर गिर गया की डिंपल यादव ने सिंदूर और मंगलसूत्र तक छोड़ दिया ताकि अधिक सेक्युलर दिख सके