कश्मीर में शनिवार की सुबह कुछ युवकों ने मस्जिद में लाउड स्पीकर पर कश्मीर की आज़ादी के गीत और नारे चलाने शुरू किये। जिसकी वजह से गुस्साए फौजियों ने मस्जिद को घेर लिया और अन्दर घुसकर लाउडस्पीकरों, खिड़की के शीशों को तोड़ डाला और सबको वहां से बाहर घसीटा।
कम से कम 40 लोग अपनी इस घटिया हरकत के लिए, सेना के गुस्से का शिकार हुए। भारतीय सेना जवानों इतने घुस्से में थे कि अपना आप खो बैठे और उन युवकों की जम के पिटाई की। बताया जा रहा है की उनमें से एक युवक, जो मौके पर लीडर बनने की कोशश कर रहा था, को फौजियों ने पीट पीट कर पिल-पिला कर दिया! वो तो गांव के कुछ बड़े बुज़ुर्ग बचाव के लिए बीच में आ गए, और उन्हें सेना के कहर से बचा लिया।
घायलों को मनिगम के सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले जाया गया। लेकिन, सेना के कमांडिंग अधिकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए और डॉक्टर और पैरा टीम को घायलों का उपचार करने के लिए भी धमकाया।
कश्मीर में शनिवार की सुबह कुछ युवकों ने मस्जिद में लाउड स्पीकर पर कश्मीर की आज़ादी के गीत और नारे चलाने शुरू किये। जिसकी वजह से गुस्साए फौजियों ने मस्जिद को घेर लिया और अन्दर घुसकर लाउडस्पीकरों, खिड़की के शीशों को तोड़ डाला और सबको वहां से बाहर घसीटा।
कम से कम 40 लोग अपनी इस घटिया हरकत के लिए, सेना के गुस्से का शिकार हुए। भारतीय सेना जवानों इतने घुस्से में थे कि अपना आप खो बैठे और उन युवकों की जम के पिटाई की। बताया जा रहा है की उनमें से एक युवक, जो मौके पर लीडर बनने की कोशश कर रहा था, को फौजियों ने पीट पीट कर पिल-पिला कर दिया! वो तो गांव के कुछ बड़े बुज़ुर्ग बचाव के लिए बीच में आ गए, और उन्हें सेना के कहर से बचा लिया।
घायलों को मनिगम के सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले जाया गया। लेकिन, सेना के कमांडिंग अधिकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए और डॉक्टर और पैरा टीम को घायलों का उपचार करने के लिए भी धमकायाकश्मीर में शनिवार की सुबह कुछ युवकों ने मस्जिद में लाउड स्पीकर पर कश्मीर की आज़ादी के गीत और नारे चलाने शुरू किये। जिसकी वजह से गुस्साए फौजियों ने मस्जिद को घेर लिया और अन्दर घुसकर लाउडस्पीकरों, खिड़की के शीशों को तोड़ डाला और सबको वहां से बाहर घसीटा।
कम से कम 40 लोग अपनी इस घटिया हरकत के लिए, सेना के गुस्से का शिकार हुए। भारतीय सेना जवानों इतने घुस्से में थे कि अपना आप खो बैठे और उन युवकों की जम के पिटाई की। बताया जा रहा है की उनमें से एक युवक, जो मौके पर लीडर बनने की कोशश कर रहा था, को फौजियों ने पीट पीट कर पिल-पिला कर दिया! वो तो गांव के कुछ बड़े बुज़ुर्ग बचाव के लिए बीच में आ गए, और उन्हें सेना के कहर से बचा लिया।
घायलों को मनिगम के सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले जाया गया। लेकिन, सेना के कमांडिंग अधिकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गए और डॉक्टर और पैरा टीम को घायलों का उपचार करने के लिए भी धमकाया।
Source: http://www.hinduamarujala.info/sena-ne-tod-di-masjid-40-ki-thukaii/
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